tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post7531642026717444976..comments2024-03-27T23:59:18.143+05:30Comments on सहज साहित्य : 724सहज साहित्यhttp://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-72591188983109261042017-05-13T11:41:50.093+05:302017-05-13T11:41:50.093+05:30श्वेता जी, एक सच्ची श्रद्धांजलि दी है आपने...|
अनी...श्वेता जी, एक सच्ची श्रद्धांजलि दी है आपने...|<br />अनीता, ऐसे प्रश्न अक्सर कचोटते हैं मन को...उनको बहुत उम्दा तरीके से शब्द दिए है तुमने...|<br />आप दोनों को बहुत बधाई और सभी का दिल से आभार...|प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-56958327399874139832017-04-13T22:24:43.669+05:302017-04-13T22:24:43.669+05:30मंगल पांडे की स्मृति पर रची रचना सच्ची श्रादंजली ह...मंगल पांडे की स्मृति पर रची रचना सच्ची श्रादंजली है ।शहीदों को कोटि कोटि नमन । श्वेता राय जी बहुत ओज पूर्ण रचना है आप की । अनिता जी मत्स्यगंधा के जीवन के एक पल का जो चित्र खींचा अद्भुत ही नहीं बहुत सुन्दर है ।प्रियंका जी क्या सही कहा नज़्मों के पाँव नहीं होते रूह होती है ।आप सभी को बधाई ।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05248473740018889298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-2609383804440050312017-04-11T21:48:47.402+05:302017-04-11T21:48:47.402+05:30bahut bahut badhai @@@👍👍👍bahut bahut badhai @@@👍👍👍Gopal sahuhttps://www.blogger.com/profile/13909845174505023915noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-57242402534784228242017-04-10T23:20:14.547+05:302017-04-10T23:20:14.547+05:30बहुत उम्दा श्वेता राय जी!मंगल पांडे की स्मृतियों क...बहुत उम्दा श्वेता राय जी!मंगल पांडे की स्मृतियों को नमन !ओजपूर्ण कविता को नमन !<br />प्रिय अनीता बहुत सुन्दर! चिलमन में छुपे इस महाकाव्य को नमन !<br />प्रियंका जी बहुत खूबसूरत !रचना में छुपी रूह को नमन !<br />आप सभी रचनाकारों की लेखनी को नमन ... को बहुत- बहुत बधाई !!!Jyotsana pradeephttps://www.blogger.com/profile/02700386369706722313noreply@blogger.com