tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post7006225764363908386..comments2024-03-27T23:59:18.143+05:30Comments on सहज साहित्य : वहाँ मुझे पाओगे-(चोका)सहज साहित्यhttp://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-58879722163410233252012-10-15T14:29:09.935+05:302012-10-15T14:29:09.935+05:30मैं आप सभी सुहृदय साथियों का कृतज्ञ हूँ । आप सबका ...मैं आप सभी सुहृदय साथियों का कृतज्ञ हूँ । आप सबका स्नेह मेरे लिए सबसे बड़ा सम्बल है । आपके एक- एक शब्द से अभिभूत हूँ । मेरी लेखनी को आप सबने ऊर्जा प्रदान की है । पुन: सबका आभार !सहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-14563958499640689562012-10-05T21:50:23.460+05:302012-10-05T21:50:23.460+05:30काम्बोज भाई,
बहुत सुन्दर चोका. इस चोका का एक-एक शब...काम्बोज भाई,<br />बहुत सुन्दर चोका. इस चोका का एक-एक शब्द मन में उतर गया. ये सिर्फ काव्य नहीं आपके मन की भावना है जो सभी साहित्य प्रेमियों के लिए सन्देश दे रही है...<br /><br />मेरे द्वार पे जब<br />आओगे तुम<br />दस्तक नहीं कभी<br />देनी पड़ेगी<br />कदमों की आहट<br />दे देगी पता<br />रात हो या प्रात हो<br />मेरे द्वार को<br />सदा खुला पाओगे<br />गले लग जाओगे ।<br /><br />आपको पढ़ना सदैव अद्भुत अनुभव देता है. ह्रदय से शुभकामनाएँ.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-1728208520044131732012-10-01T21:59:21.494+05:302012-10-01T21:59:21.494+05:30ये न समझो कभी
हार जाऊँगा
किसी भी मोड़ पर
एक दिन मै...ये न समझो कभी<br />हार जाऊँगा<br />किसी भी मोड़ पर<br />एक दिन मैं<br />तुम्हें पा ही जाऊँगा<br />कहता मन -<br />मेरे द्वार पे जब<br />आओगे तुम<br />दस्तक नहीं कभी<br />देनी पड़ेगी<br />कदमों की आहट<br />दे देगी पता.. kitna vishwaas.. kitna sambal hai in pankityon mein.. mann gunguna utha.. :)Tuhina Ranjanhttps://www.blogger.com/profile/17122291392844581690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-39102860287119597492012-09-29T14:28:27.832+05:302012-09-29T14:28:27.832+05:30saral sundar aur behtareen..saral sundar aur behtareen..मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-5099681591542642012-09-29T12:11:52.432+05:302012-09-29T12:11:52.432+05:30कोमल भाव लिए बहुत-बहुत
सुन्दर रचना...
:-)कोमल भाव लिए बहुत-बहुत<br />सुन्दर रचना...<br />:-)मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-39829723378301732812012-09-29T10:58:34.065+05:302012-09-29T10:58:34.065+05:30दस्तक नहीं देनी पड़ेगी ... द्वार खुला रहेगा ... को...दस्तक नहीं देनी पड़ेगी ... द्वार खुला रहेगा ... कोमल से एहसास लिए सुंदर चोका संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-25651873109774777462012-09-28T20:47:33.571+05:302012-09-28T20:47:33.571+05:30साहित्य की सम्पूर्णता को लिए हुए सहज , सरल उत्कृष्...साहित्य की सम्पूर्णता को लिए हुए सहज , सरल उत्कृष्ट चोका .<br /> हार्दिक बधाई आपको . Manju Guptahttps://www.blogger.com/profile/10464006263216607501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-26876284393521033542012-09-28T15:51:30.629+05:302012-09-28T15:51:30.629+05:30 ये न समझो कभी
हार जाऊँगा
किसी भी मोड़ पर
एक दिन म... ये न समझो कभी<br />हार जाऊँगा<br />किसी भी मोड़ पर<br />एक दिन मैं<br />तुम्हें पा ही जाऊँगा<br />कहता मन -<br />मेरे द्वार पे जब<br />आओगे तुम<br />दस्तक नहीं कभी<br />देनी पड़ेगी<br />कदमों की आहट<br />दे देगी पता....बहुत गहरी बात को सरलतम शब्दों में कह देना आपकी विशेषता है ...भावों का बिना आहट साकार हो जाना बहुत सुन्दर है ...बहुत बधाई....सादर ज्योत्स्ना ज्योत्स्ना शर्माnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-25735807416502939062012-09-28T09:21:36.476+05:302012-09-28T09:21:36.476+05:30सकल उत्साह और ऊर्जा बढ़ाती कविता..सकल उत्साह और ऊर्जा बढ़ाती कविता..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-69345831124593002932012-09-28T07:39:20.188+05:302012-09-28T07:39:20.188+05:30बहुत सुन्दर भाव बहुत सुन्दर भाव Vandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-68073027941372685242012-09-28T06:31:23.181+05:302012-09-28T06:31:23.181+05:30Vise to ab ye sab likhne ki aavsyakta nahi hai kay...Vise to ab ye sab likhne ki aavsyakta nahi hai kayoki pahle hi bahut kuch likha ja chuka hai,par mujhe in panktiyon ne bahut prbhavit kiya hai...aapko bahut2 badhai..<br />रोक न सका<br />पखेरू की उड़ान<br />कोई शिखर<br />सागर की लहरें<br />थपेड़े बनीं<br />ज़िन्दगी में इनसे<br />हमारी ठनी<br />इन सबको चीर<br />पार जाऊँगा ।Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-54663388486626708782012-09-28T04:04:02.294+05:302012-09-28T04:04:02.294+05:30सबसे पहले तो मैं कहना चाहूँगी..... चोका को पेश करन...सबसे पहले तो मैं कहना चाहूँगी..... चोका को पेश करने के अंदाज़ के बारे में .....जिस अंदाज़ में ये पेश किया है गया है..... सबको पढ़ने के लिए बुलाता है | <br />चोका की शब्दावली की तो बात ही क्या है ....इसका तो कोई मुकाबला हो ही नहीं सकता | <br />जिस दिल की गहराई में उतर ये चोका लिखा गया है उसी गहराई में ये पाठक को लेकर चलता है | <br />वाह .....क्या कहना .....बिना दस्तक के ही ..कदमों की आहट पाकर इंतजार करने वाले को आपके आने की खबर जब होती है ........तो सोचिए उस घड़ी में आपकी क्या हालत होती होगी ?<br /><br />हरदीप Shabad shabad https://www.blogger.com/profile/09078423307831456810noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-83084188046139786132012-09-28T00:26:35.350+05:302012-09-28T00:26:35.350+05:30 कदमों की आहट
दे देगी पता
bhaiya yahi sneh hai yah... कदमों की आहट<br />दे देगी पता<br />bhaiya yahi sneh hai yahi sath hai yahi chaht hai .<br />bahut sunder bhav pushpon se saja choka <br />rachanaRachanahttps://www.blogger.com/profile/15249225250149760362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-10711567149185504142012-09-27T23:01:39.516+05:302012-09-27T23:01:39.516+05:30चोका तो अच्छा है ही, आपके कवि का व्यक्तित्व भी इसम...चोका तो अच्छा है ही, आपके कवि का व्यक्तित्व भी इसमें समाविष्ट हो रहा है, जिसमें एक गहरे अपनत्व का भाव-बोध व्याप्त है. <br /><br />तुम्हें छोड़ मैं<br />भला कहाँ जाऊँगा<br />............<br />आज भी वहीं<br />मैं नज़र आऊँगा<br /><br />...........और मैं कहूँ- ..... ये गहराई / भला कहाँ पाऊँगा!<br />उमेश महादोषीhttps://www.blogger.com/profile/17022330427080722584noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-3812834524282108942012-09-27T22:48:32.653+05:302012-09-27T22:48:32.653+05:30सहज सुन्दर निरुपम चोका....शुभकामनाएं।सहज सुन्दर निरुपम चोका....शुभकामनाएं।Krishna Vermanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-20768846982724024382012-09-27T20:43:57.018+05:302012-09-27T20:43:57.018+05:30वाकई खूबसूरत चोका...अनुपम भाव...अनुपम रचना|वाकई खूबसूरत चोका...अनुपम भाव...अनुपम रचना|ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-64081007185193069192012-09-27T20:26:31.119+05:302012-09-27T20:26:31.119+05:30ज़िन्दगी में इनसे हमारी ठनी
इन सबको चीर
पार जाऊँग...ज़िन्दगी में इनसे हमारी ठनी<br />इन सबको चीर <br />पार जाऊँगा ।<br />ये न समझो कभी<br />हार जाऊँगा <br />किसी भी मोड़ पर<br />एक दिन मैं<br />तुम्हें पा ही जाऊँगा <br /><br />सभी सुन्दर , किन्तु यह पंक्तियाँ अति सुन्दर | धन्यवाद शशि पाधाnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-56608368737320319192012-09-27T19:43:32.643+05:302012-09-27T19:43:32.643+05:30अनुपम भाव लिए बहुत ही खूबसूरत चोका ! बधाई !अनुपम भाव लिए बहुत ही खूबसूरत चोका ! बधाई !sushilahttps://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-1972154593301888322012-09-27T19:27:30.009+05:302012-09-27T19:27:30.009+05:30बहुत सुंदर चौका है बधाई,
सादर,
अमिता कौंडल
बहुत सुंदर चौका है बधाई,<br /><br />सादर,<br /><br />अमिता कौंडल<br />अमिता कौंडलnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-6780964339835657312012-09-27T19:14:32.708+05:302012-09-27T19:14:32.708+05:30बहुत सुन्दर...मन को छू जाने वाला चोका...खास तौर से...बहुत सुन्दर...मन को छू जाने वाला चोका...खास तौर से ये लाइनें तो बहुत ही उत्साहवर्धक लगी...।<br />रोक न सका<br />पखेरू की उड़ान<br />कोई शिखर<br />सागर की लहरें<br />थपेड़े बनीं<br />ज़िन्दगी में इनसे<br />हमारी ठनी<br />इन सबको चीर<br />पार जाऊँगा ।<br />मेरी बधाई और आभार एक अच्छी रचना पढ़वाने का...।<br />प्रियंकाप्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-1235636920999608182012-09-27T19:03:35.245+05:302012-09-27T19:03:35.245+05:30sari rachnaayen bahut acchi lagi ...thanks ..sari rachnaayen bahut acchi lagi ...thanks ..Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-3504307985090152652012-09-27T17:00:43.846+05:302012-09-27T17:00:43.846+05:30सहज सुंदर और सरल रचना ...!!सहज सुंदर और सरल रचना ...!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.com