tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post598784781349235580..comments2024-03-27T23:59:18.143+05:30Comments on सहज साहित्य : 652सहज साहित्यhttp://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-58461799397003924182016-09-15T19:42:13.612+05:302016-09-15T19:42:13.612+05:30जिससे इस दुनिया का कुछ भी नहीं छुपा, सच में उसके स...जिससे इस दुनिया का कुछ भी नहीं छुपा, सच में उसके सिवा किसी और से डरने की ज़रूरत ही क्या है | बहुत सुन्दर बात कही है आदरणीय अरुण जी...हार्दिक बधाई...|<br />जो लोग हमारे सपनो को तोड़ते न हिचकें, ऐसे लोग अगर अपने `अपने' भी हों तो भी उनकी क्या परवाह करना | बहुत सटीक बात कहती हुई रचना...मेरी बहुत बधाई...|प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-89316805529161526182016-08-12T09:23:46.992+05:302016-08-12T09:23:46.992+05:30बहुत सुन्दर सशक्त रचनाएँ ...आदरणीय रामेश्वर काम्ब...बहुत सुन्दर सशक्त रचनाएँ ...आदरणीय रामेश्वर काम्बोज‘हिमांशु’जी, आदरणीय डॉ. अरुण जी---हार्दिक बधाई....<br />.भावपूर्ण अभिव्यक्ति को नमन !नमन !Jyotsana pradeephttps://www.blogger.com/profile/02700386369706722313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-14302801440576645032016-08-10T14:51:42.728+05:302016-08-10T14:51:42.728+05:30सुन्दर सन्देश देती बहुत सारगर्भित रचनाएँ !
आदरणीय ...सुन्दर सन्देश देती बहुत सारगर्भित रचनाएँ !<br />आदरणीय डॉ. अरुण जी एवं आ काम्बोज भैया जी की सजग,सशक्त लेखनी को नमन !ज्योति-कलशhttps://www.blogger.com/profile/05458544963035421633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-60389273489280342902016-08-08T21:49:27.486+05:302016-08-08T21:49:27.486+05:30आ.रामेश्वर सर,बहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति...धैर...आ.रामेश्वर सर,बहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति...धैर्य का संदेश देता मुक्तक....Dr.Purnima Raihttps://www.blogger.com/profile/01017846358964709625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-56905331499926972002016-08-08T21:49:21.193+05:302016-08-08T21:49:21.193+05:30डॉ.अरुण जी बढ़िया भावों से सजी गज़ल ...शिल्प ,कथ्य ब...डॉ.अरुण जी बढ़िया भावों से सजी गज़ल ...शिल्प ,कथ्य बेहतरीन..Dr.Purnima Raihttps://www.blogger.com/profile/01017846358964709625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-37555969442569205432016-08-08T21:48:52.410+05:302016-08-08T21:48:52.410+05:30डॉ.अरुण जी बढ़िया भावों से सजी गज़ल ...शिल्प ,कथ्य ब...डॉ.अरुण जी बढ़िया भावों से सजी गज़ल ...शिल्प ,कथ्य बेहतरीन..Dr.Purnima Raihttps://www.blogger.com/profile/01017846358964709625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-59273977894587375962016-08-08T21:47:50.525+05:302016-08-08T21:47:50.525+05:30आ.रामेश्वर सर,बहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति...धैर...आ.रामेश्वर सर,बहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति...धैर्य का संदेश देता मुक्तक....Dr.Purnima Raihttps://www.blogger.com/profile/01017846358964709625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-6982661859126926392016-08-08T15:08:42.245+05:302016-08-08T15:08:42.245+05:30बहुत आभार पुष्पा और रत्नाकर दीदी जी एवं बहन पूनम च...बहुत आभार पुष्पा और रत्नाकर दीदी जी एवं बहन पूनम चन्द्रा जी और कृष्णा जी।rameshwar kambojhttps://www.blogger.com/profile/03515047042323213496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-68616990330513936042016-08-07T19:22:53.460+05:302016-08-07T19:22:53.460+05:30आशा और विश्वास जगाती बहुत सुन्दर सशक्त रचनाएँ।
आ० ...आशा और विश्वास जगाती बहुत सुन्दर सशक्त रचनाएँ।<br />आ० काम्बोज जी, डा० योगेंद्र जी---हार्दिक बधाई।Krishnahttps://www.blogger.com/profile/01841813882840605922noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-30686478653154915962016-08-07T16:43:14.133+05:302016-08-07T16:43:14.133+05:30अनगिनत होंगे अपने आशावादी दृष्टि कोण ।
कोई तो है ...अनगिनत होंगे अपने आशावादी दृष्टि कोण । <br />कोई तो है वो,दोनों रचनाएँ बहुत सुंदरSudershan Ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/04520376156997893785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-85233960701385914602016-08-07T16:37:09.720+05:302016-08-07T16:37:09.720+05:30मौत आनी लाज़मी है,जानते हैं हम,
क्यूं मौत से पहले ...मौत आनी लाज़मी है,जानते हैं हम,<br />क्यूं मौत से पहले मरे हम, आइए!!<br />उम्मीद जगाती अभिव्यक्ति डॉ योगेंद्र नाथ शर्मा ‘अरुण’ जी। <br />इन अपनों से ,बेगानों से , कब तक डरकर जीना<br />बहुत दिनों तक नहीं चलेगा, छुपकर आँसू पीना<br />राह दिखाती रचना। <br />जैसे यही सुनने का मन था,शुक्रिया रामेश्वर काम्बोज‘हिमांशु’जी। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06439942980126856928noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-27503284956129333972016-08-07T12:22:03.951+05:302016-08-07T12:22:03.951+05:30कोई तो है वो,जो देखता है सबको ही ......,और थोड़े से...कोई तो है वो,जो देखता है सबको ही ......,और थोड़े से होंगे बेगाने,अनगिन होंगे अपने .....विश्वास और सच को जीती पंक्तियाँ |<br />वरिष्ठ रचनाकार श्री 'अरुण'जी व काम्बोज भाई जी को बधाई |<br /> पुष्पा मेहरा Pushpa mehrahttps://www.blogger.com/profile/03375356603929430087noreply@blogger.com