पथ के साथी

Friday, September 28, 2018

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1-बरखा रानी
( सार / ललित छंद )
महेन्द्र देवांगन 'माटी'

झूम रहे सब पौधे देखो , आई बरखा रानी ।
मौसम लगता बड़े सुहाना , गिरे झमाझम पानी ।।1।।

इस हर्षित  धरती को देखो , हरियाली है छाई ।
बाग बगीचे दिखते सुंदरमस्ती सब में  आई ।।2।।

कलकल करती नदियाँ बहतीं  , झरना शोर मचाए ।
मोर नाचते वन में देखो , कोयल गाना गाए ।।3।।

बादल गरजे, बिजली चमके , घटा घोर है छाई ।
सोंधी सोंधी माटी महके , बूँदें उसको  भाई ।।4।।

खेत क्यार  में झूम झूमकर , फसलें सब लहराएँ ।
हैं किसान को खुशी यहाँ पर पंछी गीत सुनाएँ ।।5।।


-०-महेन्द्र देवांगन माटी (शिक्षक) ,पंडरिया ( कवर्धा) ,छत्तीसगढ़
  mahendradewanganmati@gmail.com
8602407353

-०-
2-पूर्ण
मंजूषा मन

तुम्हें चुकाने होंगे मेरे सुख चैन
तुम्हें लौटा देने के होंगे
मेरे सपने
दे देने होंगे सारे के सारे आग्रह
सारी उम्मीदें 
सब आशाएँ

वरना तुम्हें 
और तुम्हारे साथ मुझे भी
फिर- फिर लौटना होगा 
इस धरती पर
कितने ही जन्मों तक...

जो बाकी रखोगे तुम
अपने कर्ज 
इन्हें चुकाए बिना
जीवन न होगा पूर्ण।

-0-

16 comments:

  1. महेंद्र जी का प्रकृति प्रेम छंद में माधुर्य बढ़ा रहा है। बधाई।
    मंजूषा जी अच्छी भावाभिव्यक्ति।

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद अनीता जी

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  2. बहुत ही सुंदर सृजन
    बेहतरीन लेखन के बहुत बहुत बधाई आदरणीय देवांगन एवं आदरणीया मंजूषा जी

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    1. हार्दिक आभार सत्या जी

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  3. बादल गरजे, बिजली चमके , घटा घोर है छाई ।
    सोंधी सोंधी माटी महके , बूँदें उसको भाई ।।4।।
    Yaha rachna bahut laybadh hai parkrti ki god se nikli hai jo mera piya vishya hai rachnakar ko bahut bahut badhai.

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  4. वरना तुम्हें
    और तुम्हारे साथ मुझे भी
    फिर- फिर लौटना होगा
    इस धरती पर
    कितने ही जन्मों तक...
    Bahut sundar pakad koml bhav ki rachna meri bahut bahut badhai

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    1. जी भावना जी बहुत बहुत आभार आपका

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  5. सुन्दर कविताएं

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    1. हार्दिक आभार ओंकार जी

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  6. बहुत ही सुन्दर सरस रचनाएँ , हार्दिक बधाई !

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    1. This comment has been removed by the author.

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    2. प्रकृति सौंदर्य के सुंदर चित्रणके साथ पूर्ण कविता ने मोहित किया । बधाई

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    3. हार्दिक आभार आपका

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  7. महेंद्र जी, बहुत सरस छंद है, बधाई...|
    मंजूषा जी, प्यारी सी कविता के लिए बहुत बधाई |

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    1. हार्दिक आभार प्रियंका जी

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  8. सुंदर सरस रचनाएँ। आप दोनों को बहुत बधाई।

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