पथ के साथी

Sunday, November 25, 2012

गुलाब दुखी


11 comments:

  1. कोमल एहसास लिए हाइकु !

    "ओ गुलाब तू
    बरसेगा सावन
    मुस्कुरा दे तू.." :-)

    ~सादर!!!

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  2. अंतस दुखी ....
    मन मुरझाया सा ....
    हंसी बिछुड़ी ....!!

    बहुत सुंदर हाइगा ....!!

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  3. बहुत सुन्दर हायकू/हाईगा

    सादर
    अनु

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  4. कौन जाने पीर पराई ...

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  5. बहुत भावुक हाइगा !
    इस से मिलेजुले भाव ..........

    खोई खुशबू
    गुलाब पंखरियाँ
    अश्रु नहाई

    हरदीप

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  6. ज्योत्स्ना शर्मा07 December, 2012 18:51

    बहुत सुन्दर हाइगा ....!!

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  7. बहुत सुंदर हाइगा

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