tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post6532743128003552859..comments2024-03-27T23:59:18.143+05:30Comments on सहज साहित्य : 702सहज साहित्यhttp://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-66268198854505420592017-01-29T21:37:36.998+05:302017-01-29T21:37:36.998+05:30श्वेता राय जी द्वारका प्रसंग की प्रस्तुति एक रेखा ...श्वेता राय जी द्वारका प्रसंग की प्रस्तुति एक रेखा चित्र सा खींचती हृदय में उतर गई है ।बहुत सुंदर वर्णन किया है धन की ओर भगने वालो को संदेश सा देती - माया अकेली कब रही है ,साथ लाती द्वेष ये ।... हार्दिक बधाई ।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05248473740018889298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-12653314534733362122017-01-25T11:18:57.925+05:302017-01-25T11:18:57.925+05:30 उत्कृष्ट रचना!!
सुदामा -सुशीला संवाद अतल मन से ... उत्कृष्ट रचना!!<br /> सुदामा -सुशीला संवाद अतल मन से उपजा है सादर नमन ऐसी लेखनी को श्वेता जी !!!<br /><br />शुभकामनाओं के साथ –<br />ज्योत्स्ना प्रदीपJyotsana pradeephttps://www.blogger.com/profile/02700386369706722313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-1767848797236900372017-01-19T13:01:29.707+05:302017-01-19T13:01:29.707+05:30अत्यंत सुंदर एवं अनोखे अंदाज़ में इस मनमोहक प्रस्तु...अत्यंत सुंदर एवं अनोखे अंदाज़ में इस मनमोहक प्रस्तुति के लिए आपको हार्दिक बधाई श्वेता जी !!!<br /><br />~सादर <br />अनिता ललित Anita Lalit (अनिता ललित ) https://www.blogger.com/profile/01035920064342894452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-29239593840635908272017-01-16T10:41:17.766+05:302017-01-16T10:41:17.766+05:30वाह श्वेता जी लाजबाब रचनावाह श्वेता जी लाजबाब रचनासुनीता काम्बोजhttps://www.blogger.com/profile/03287350410187694457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-66488214999824353192017-01-14T20:38:20.354+05:302017-01-14T20:38:20.354+05:30बहुत सुन्दर, बड़े अनोखे से अहसास से परिपूर्ण कर दिय...बहुत सुन्दर, बड़े अनोखे से अहसास से परिपूर्ण कर दिया इस रचना ने...बहुत बधाई प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-64824208529748059772017-01-10T23:54:04.569+05:302017-01-10T23:54:04.569+05:30श्वेता जी को सुन्दर व मर्मस्पर्शी कविता के लिए बधा...श्वेता जी को सुन्दर व मर्मस्पर्शी कविता के लिए बधाई समकालीन स्थतियों में कविता के अपने निहितार्थ हैं,शब्द मौन-मुखर होते हैं उनके मौन को एक सह्रदय पाठक ही मुखर कर सकता है .रमेश गौतम, बरेलीhttps://www.blogger.com/profile/03947024407345098278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-73233360137648160732017-01-10T22:35:38.773+05:302017-01-10T22:35:38.773+05:30बहुत ही सुन्दर लयबद्ध हरिगीतिका में मनोरम दृश्य सृ...बहुत ही सुन्दर लयबद्ध हरिगीतिका में मनोरम दृश्य सृजन के लिए श्वेता जी को हार्दिक बधाई !ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-24165393951719935302017-01-09T22:27:46.663+05:302017-01-09T22:27:46.663+05:30सुदामा और सुशीला के संवाद को बहुत सुन्दरता से लिखा...सुदामा और सुशीला के संवाद को बहुत सुन्दरता से लिखा है. यूँ जैसे आँखों के सामने सारे दृश्य उपस्थित हो गए हों. बहुत बधाई श्वेता जी.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-76456117595347747132017-01-08T18:33:35.002+05:302017-01-08T18:33:35.002+05:30श्वेता जी द्वारिका प्रसंग में सुदामा - सुशीला संवा...श्वेता जी द्वारिका प्रसंग में सुदामा - सुशीला संवाद बहुत सुंदर, भावप्रणव बन पड़े हैं । सधी हुई भाषा प्रवाहमयी है । सुन्दर प्रसंग के लिये श्वेता जी को बधाई बहुत-बहुत ।<br /> स्नेहसिक्त विभा रश्मि Vibha Rashmihttps://www.blogger.com/profile/07085561289908241333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-57066816441801898132017-01-08T18:33:13.133+05:302017-01-08T18:33:13.133+05:30श्वेता जी द्वारिका प्रसंग में सुदामा - सुशीला संवा...श्वेता जी द्वारिका प्रसंग में सुदामा - सुशीला संवाद बहुत सुंदर, भावप्रणव बन पड़े हैं । सधी हुई भाषा प्रवाहमयी है । सुन्दर प्रसंग के लिये श्वेता जी को बधाई बहुत-बहुत ।<br /> स्नेहसिक्त विभा रश्मि Vibha Rashmihttps://www.blogger.com/profile/07085561289908241333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-90726595692297766632017-01-07T20:20:13.046+05:302017-01-07T20:20:13.046+05:30वाह, श्वेता जी, अत्यन्त उत्कृष्ट रचना, बधाई एवं अन...वाह, श्वेता जी, अत्यन्त उत्कृष्ट रचना, बधाई एवं अनंत शुभकामनाये। नीलाम्बरा.comhttps://www.blogger.com/profile/05792893886774411412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-52025426173583346452017-01-07T18:38:28.349+05:302017-01-07T18:38:28.349+05:30 वाहह.बहुत सुंदर,सहज शैली में भावों की गहनता देखते... वाहह.बहुत सुंदर,सहज शैली में भावों की गहनता देखते ही बनती है...क्या बात....श्वेता जी...सदैव यूँही सृजन करें..बधाई...Dr.Purnima Raihttps://www.blogger.com/profile/01017846358964709625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-41025570997883715812017-01-07T18:38:01.924+05:302017-01-07T18:38:01.924+05:30 वाहह.बहुत सुंदर,सहज शैली में भावों की गहनता देखते... वाहह.बहुत सुंदर,सहज शैली में भावों की गहनता देखते ही बनती है...क्या बात....श्वेता जी...सदैव यूँही सृजन करें..बधाई...Dr.Purnima Raihttps://www.blogger.com/profile/01017846358964709625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-12933807363353098912017-01-07T18:24:06.917+05:302017-01-07T18:24:06.917+05:30छल- द्वेष से तुम दूर हो ,सन्मार्ग पर चलती रहो।
हैं...छल- द्वेष से तुम दूर हो ,सन्मार्ग पर चलती रहो।<br />हैं दीन के वो ही सहारे ,नाम प्रभु भजती रहो।। ...... संदेश देती ,मुखर पंक्तियाँ <br />सुदामा - सुशीला संवाद में दोनों का उवाच सहज , सार्थक सुंदर , मं को छू लेने वाला प्रस्तुतिकरण है .<br />बधाई।Manju Guptahttps://www.blogger.com/profile/10464006263216607501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-83546892221522146322017-01-07T17:13:34.050+05:302017-01-07T17:13:34.050+05:30सुंदर प्रसंग को बहुत सुंदरता से प्रस्तुत किया श्वे...सुंदर प्रसंग को बहुत सुंदरता से प्रस्तुत किया श्वेता राय जी !<br />हृदय से बधाई !!ज्योति-कलशhttps://www.blogger.com/profile/05458544963035421633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-52479454347863020862017-01-07T16:28:40.577+05:302017-01-07T16:28:40.577+05:30श्वेताजी सुदामा -सुशीला संवाद का बहुत सुंदर चित्रण...श्वेताजी सुदामा -सुशीला संवाद का बहुत सुंदर चित्रण हुआ है। बधाई।Anita Mandahttps://www.blogger.com/profile/03558205535588084045noreply@blogger.com