tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post1938221213975537590..comments2024-03-27T23:59:18.143+05:30Comments on सहज साहित्य : 619सहज साहित्यhttp://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-36938270116983615742016-08-29T19:18:05.868+05:302016-08-29T19:18:05.868+05:30राष्ट्रप्रेम से सिक्त ओजपूर्ण कविता राष्ट्रप्रेम से सिक्त ओजपूर्ण कविता रमेशराज तेवरीकारhttps://www.blogger.com/profile/10299195093677463730noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-47154739189152923502016-03-02T02:31:15.450+05:302016-03-02T02:31:15.450+05:30ओजपूर्ण, सामवर्ती रचना....हार्दिक बधाई आपको।ओजपूर्ण, सामवर्ती रचना....हार्दिक बधाई आपको।Krishnahttps://www.blogger.com/profile/01841813882840605922noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-53557063901646095902016-02-25T19:57:56.544+05:302016-02-25T19:57:56.544+05:30आप सबका हृदय से आभार !आप सबका हृदय से आभार !सहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-71218674951712979222016-02-25T15:37:15.132+05:302016-02-25T15:37:15.132+05:30ओज रस में गुंथी ,मन के ज्वार रूपी मोतियों ने आम जन...ओज रस में गुंथी ,मन के ज्वार रूपी मोतियों ने आम जन मानस में हुंकार भरने का भरपूर दायित्व निभाया है | आपको अपनी इस देशभक्ति रचना के लिए सहृदय साधुवाद आदरणीय सर जी | सुनीता शर्मा 'नन्ही'https://www.blogger.com/profile/17734502488420747181noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-73247464893314994522016-02-25T15:15:31.621+05:302016-02-25T15:15:31.621+05:30प्रेरक सामयिक रचना। बधाई। प्रेरक सामयिक रचना। बधाई। Sudershan Ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/04520376156997893785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-26596533351086184912016-02-24T19:01:14.742+05:302016-02-24T19:01:14.742+05:30हर सच्चे भारतीय की अभिव्यक्ति।
इस कविता के लिए आप...हर सच्चे भारतीय की अभिव्यक्ति। <br />इस कविता के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद 'हिमाँशु' जी। <br />सादर नमन Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06439942980126856928noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-86279149255062968132016-02-24T18:06:22.086+05:302016-02-24T18:06:22.086+05:30वीर रस से परिपूर्ण कविता है । नया जोश भर ती है आपक...वीर रस से परिपूर्ण कविता है । नया जोश भर ती है आपको हार्दिक बधाई ।सविता अग्रवाल 'सवि'https://www.blogger.com/profile/18325250763724822338noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-15533011442566594752016-02-24T17:01:02.520+05:302016-02-24T17:01:02.520+05:30सटीक, सार गर्भित, समकालीन रचना
बधाई एवं शुभकामनासटीक, सार गर्भित, समकालीन रचना <br />बधाई एवं शुभकामनानीलाम्बरा.comhttps://www.blogger.com/profile/05792893886774411412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-60052978571339665682016-02-24T16:58:33.217+05:302016-02-24T16:58:33.217+05:30समकालीन, सारगर्भित, ओजपूर्ण रचना
बधायी एवं शुभकाम...समकालीन, सारगर्भित, ओजपूर्ण रचना<br /><br />बधायी एवं शुभकामनाएंनीलाम्बरा.comhttps://www.blogger.com/profile/05792893886774411412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-4022462100908864232016-02-24T15:39:02.645+05:302016-02-24T15:39:02.645+05:30आप सबका हृदय से आभार !!आप सबका हृदय से आभार !!सहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-13051420418235010482016-02-24T14:49:00.137+05:302016-02-24T14:49:00.137+05:30सामयिक, सटीक व प्रेरक रचना। नमन आपकी लेखनी को।सामयिक, सटीक व प्रेरक रचना। नमन आपकी लेखनी को।Anita Mandahttps://www.blogger.com/profile/03558205535588084045noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-20420190853902790322016-02-24T12:19:57.312+05:302016-02-24T12:19:57.312+05:30भले आदमी का बेटा जब
सीमा पर जान गवाँता ...भले आदमी का बेटा जब<br /> सीमा पर जान गवाँता है<br /> घर में आग लगाने वाला<br /> तब हम पर ही गुर्राता है ।<br />बहुत सुन्दर भैया जी !<br />वीर रस में डूबी एक अत्यंत भावपूर्ण प्रेरक एवं सामयिक कविता ! ऐसी ललकार की आज बहुत ज़रुरत है समाज में। ..........हृदय से . नमन आपको एवं आपकी सोच को ! Jyotsana pradeephttps://www.blogger.com/profile/02700386369706722313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-48065329835327482192016-02-24T12:10:15.234+05:302016-02-24T12:10:15.234+05:30समयानुकूल एवं सार्थक ... सुन्दर रचना । समयानुकूल एवं सार्थक ... सुन्दर रचना । Manju Mishrahttp://www.manukavya.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-63914802120212597862016-02-24T12:08:14.112+05:302016-02-24T12:08:14.112+05:30देशभक्ति से भरी, समयोचित अत्यंत ओजस्वी कविता है , ...देशभक्ति से भरी, समयोचित अत्यंत ओजस्वी कविता है , भाई जी आपके जोश से भरे मन से निकले शब्द देशवासियों को देश के गद्दारों से सचेत कराते हुए उनके घातक वारों को एकजुट हो निष्फल करने की प्रेरणा दे रहे हैं ,काश ऐसा सम्भव हो सके|यहाँ आस्तीन के साँप अनगिनत हैं, सँपोले भी तो सर उठाने को खड़े हैं !कामना करती हूँ आपकी लेखनी जन -जन में चेतना भर दे,प्रजातांत्रिक -समन्वयवादी विचारधारा वाले देश भारत को आतंकवादी कुचालों से बचाया जा सके |<br /> पुष्पा मेहरा <br /><br />Pushpa mehrahttps://www.blogger.com/profile/03375356603929430087noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-3097729400711112492016-02-24T11:01:34.280+05:302016-02-24T11:01:34.280+05:30बहुत ओजपूर्ण और सामयिक!
काश कि हम सब ऐसा ही सोच पा...बहुत ओजपूर्ण और सामयिक!<br />काश कि हम सब ऐसा ही सोच पाते.. <br />शानदार कविता के लिए आपको प्रणाम, काम्बोज सर. Amit Agarwalhttps://www.blogger.com/profile/13979122044199890176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-44728443480228979902016-02-24T10:59:47.185+05:302016-02-24T10:59:47.185+05:30अत्यंत भावपूर्ण, प्रेरक, सार्थक एवं सामयिक कविता !...अत्यंत भावपूर्ण, प्रेरक, सार्थक एवं सामयिक कविता !<br />इस प्रभावशाली प्रस्तुति के लिए आपको हार्दिक बधाई भैया जी!!<br />नमन आपको एवं आपकी लेखनी को !!!<br /><br />~सादर <br />अनिता ललित Anita Lalit (अनिता ललित ) https://www.blogger.com/profile/01035920064342894452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-11681213252363994942016-02-24T10:50:30.483+05:302016-02-24T10:50:30.483+05:30Kamboj ji aapki ye rachna bahut sateek hai ek josh...Kamboj ji aapki ye rachna bahut sateek hai ek josh bhar jata hai man men padhte huye aapko anekon shubhkamnayen...yun hi likhte rahiye...Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-27973392928165067692016-02-24T10:50:22.452+05:302016-02-24T10:50:22.452+05:30बहुत ओजस्वी कविता भैया जी ...नमन आपकी लेखनी को !बहुत ओजस्वी कविता भैया जी ...नमन आपकी लेखनी को !ज्योति-कलशhttps://www.blogger.com/profile/05458544963035421633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-30110818004904201992016-02-24T10:12:47.956+05:302016-02-24T10:12:47.956+05:30बहुत सटीक, देश से प्रेम करने वाले सभी जन की भावना ...बहुत सटीक, देश से प्रेम करने वाले सभी जन की भावना व्यक्त करती कविता।bhawnahttps://www.blogger.com/profile/06643967250921446367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-41463240313232470512016-02-24T09:31:32.076+05:302016-02-24T09:31:32.076+05:30सबसे बड़े दुर्भाग्य की बात तो यही है कि हमको दुश्मन...सबसे बड़े दुर्भाग्य की बात तो यही है कि हमको दुश्मनों से उतना ख़तरा नहीं है, जितना अपने ही घर में मौजूद ऐसे आस्तीन के सांपों से है...| बहुत ओजपूर्ण रचना...ऐसी ललकार की आज बहुत ज़रुरत है...|प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6277721096600596935.post-57994235281588966992016-02-24T03:34:57.080+05:302016-02-24T03:34:57.080+05:30वीर रस से परिपूर्ण कविता रग रग में जोश भरने वाली क...वीर रस से परिपूर्ण कविता रग रग में जोश भरने वाली काश देश का हर वीर जवान ऐसा जजवा लिये मातृभूमि के लिये जाग्रत रहे ।बहुत सुन्दर कविता रामेश्वर जी । हार्दिक बधाई ।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05248473740018889298noreply@blogger.com