पथ के साथी

Friday, May 19, 2017

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[ आज कमला निखुर्पा की बड़ी बिटिया विनीता का जन्मदिन है । यह कविता विश्व की सब माँओं की है। आज से 13 वर्ष पूर्व केन्द्रीय विद्यालय के प्रवक्ताओं के  21 दिवसीय प्रशिक्षण -कार्यशाला में केन्द्रीय विद्यालय  खमरिया जबलपुर में इस संवेदनशील कवयित्री से मिलने का सौभाग्य मिला। पाँच-छह राज्यों के शिक्षकों की भीड़ में चुपचाप कार्य में तल्लीन , सभी को पीछे छोड़ते हुए। तब कमला जी केन्द्रीय विद्यालय भीलवाड़ा में कार्यरत थीं।निर्मल मन का वह सूत्र आज तक मुझ जैसे अक्खड़ और और रूखे -से व्यक्ति को कसकर बाँधे है। बेटी डॉ विनीता के लिए हम सबकी कोटिश: शुभकामनाएँ !! ]
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तुम्हारी माँ
कमला निखुर्पा

आज ही के दिन 
ऑपरेशन की नीम बेहोशी से 
बाहर निकल 

कमला निखुर्पा

अपनी पलकों को खोलने की कोशिश कर रही थी
 कि
कोई मेरे कानों में धीरे से बोला- 
अपनी बिटिया को देखोगी?
एक नन्ही- सी परी
देखो इसके सर पे 
कितने काले-काले बाल 
सुनकर दर्द में भी मुस्करा दी थी मैं
काली-काली गोल आंखों को मटकाती 
हैरान- सी दुनिया को देखते हुए
हाथों की बंद मुट्ठी में 
अनगिन जादू की छड़ियाँ 
खुशियाँ छिपाए
आई मेरी गोद में 
भरा-भरा सा मेरा आँचल
पूर्णता का एहसास 
माँ बन जाने की गरिमा 
छुई मुई- सी
नन्हीं जान की झलक दिखा 
नर्स ले गई उसे अपने साथ
फिर कई दिनों तक जिन्दगी 
लड़ती रही मौत से  
जाने कितने ग्लूकोज 
खून की  बोतलों से 
बूँद- बूँद टपकती रही ज़िन्दगी
कभी होश में कभी नीम बेहोशी में 
डूबती उतराती रही जिंदगी।
नर्सों की भागदौड़
कानाफूसी 
डॉक्टरों की चिंता 
बिना कहे सब कह जाती थी
पर तुमको छोड़
कैसे जा सकती थी मैं
 मौत से दिन-रात लड़ती रही
साँसों की टूटती डोर को थामती रही।
पूरे पांच दिन और चार रातों के बाद 
फिर से तुम्हें
 बाहों में उठाया
जीवन जीने का एक नया
प्यारा सा मकसद पाया।
तब से अब तक 
जाने कितने दिवस बीते
कितनी रातें सपनीली
आज भी स्मृतियों में अंकित है
तुम्हारा अन्नप्राशन 
ढेर सारी चीजों के बीच
पहली बार में तुमने उठाई थी कलम 
हँसे थे हम।
आज भी याद है
पहली बार यूनिफ़ॉर्म पहनाकर 
तुमको स्कूल भेजना 
तुम्हारा टाटा कहकर जाना
खिलौनों में तुमको सबसे ज्यादा पसंद
डॉक्टर सेट और बार्बी डॉल।
वैसे तुम खेलती थी 
चींटियों के साथ 
कॉकरोच का ऑपरेशन भी कर डालती थी
डरावने कीड़े को पकड़
 अपनी छोटी बहन को डराना 
था तुम्हारा प्रिय शगल।
अपने सपनों के
महत्वाकांक्षाओं के बोझ को 
तुम्हारे बस्ते में डाल
रोज देखते रहे 
तुम्हे टाटा कहकर स्कूल जाते
खुश होते रहे।
डॉ विनीता
फिर एक दिन वो भी आया
सफेद लैब कोट पहने 
गले में स्थेटोस्कोप डाले
देखा तुमको
तुम जा रही थी डॉक्टरी पढ़ने 
उस दिन 
तुम्हारे पापा तुम्हे देख रहे थे
और हाथ जोड़ कर धीरे धीरे  कुछ कह रहे थे 
आभार प्रकट कर रहे होंगे ईश्वर का शायद ।
वर्षों बीते
अब नयन घट रीते
पर नहीं रीता
तुम्हारा प्यार ।
प्यारी बिटिया 
बढ़ती रहो 
कदम- दर -कदम।
सफल बनाओ जीवन 
शिक्षा के साथ संस्कारों 
के बीज बोना
शरीर की चिकित्सा के साथ
 मन के घाव भी भरना
संवेदना की बेल को 
कभी मुरझाने ना देना।
भावना के स्रोत को 
कभी सूखने ना देना।
सबसे गरीब 
सबसे दुखी
सबसे पीड़ित को ही
अपनी प्राथमिकता बनाना 
मानवता जो मर रही है धीरे-धीरे 
उसे अपनी चिकित्सा से नवजीवन देना। 

-(तुम्हारी माँ)

31 comments:

  1. Bahut bhavpurn rachna hai, bahut komal, madhur or savedan sheel bavon se labalab, meri hardik shubhkamnaye...

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  2. कमला जी आपकी आत्माभिव्यक्ति बहुत शानदार , ईमानदार व खूबसूरत है ।हर माँ को आपने ज़ुबान दी । सच में मैं निःशब्द हूँ । बेटी को जन्मदिन के शुभाशीष दें । आपको बधाई व स्नेह ।

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  3. धन्यवाद विभाजी

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  4. कलमा जी बिटिया के जन्मदिन की हार्दिक बधाई....आपकी रचना से मन तृप्त हो गया...भावों का दरिया उड़ेल दिया आपने ...बहुत उम्दा उत्तम रचना कमल जी

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  5. निशब्द!दिल छू लिया!यूँ लगा कमला जी,आपकी जगह मैं हूँ!सदैव सुखी रहो,हर क्षण सुखद बीते.यही जन्मदिवस पर शुभकामनाएं

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  6. सबसे गरीब
    सबसे दुखी
    सबसे पीड़ित को ही
    अपनी प्राथमिकता बनाना
    मानवता जो मर रही है धीरे-धीरे
    उसे अपनी चिकित्सा से नवजीवन देना

    निःशब्द हूँ।

    कमला जी आप जैसी माँ हर बेटी-बेटे को मिले ईश्वर से यही प्रार्थना है और साथ ही यह प्रार्थना कि डॉ० विनीता अपने-माता पिता ही नहीं मानव मात्र को असीम सुख दें और प्रभु उनका मार्ग सदा निष्कंटक और प्रशस्त रखे !

    शुभाशीष

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    1. आपकी टिप्पणी से बहुत उत्साहित हूँ धन्यवाद सुशीलाजी

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  7. एक माँ की सदिच्छाएं ईश्वर पूर्ण करे, यही कामना है, जन्मदिन की अशेष शुभकामनाएँ, बहुत उम्दा भावों का गुम्फन कविता में, प्रखर अभिव्यक्त की बधाई, हाशिये के लोगों के लिए सद्भावना विशेष बनाती है माँ की शिक्षा को।
    बहुत बहुत बधाई माता व पुत्री दोनों को। अच्छा लगता है अपने लोगों को सफलता के नये आयाम छूते देख। 🌹🙏

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  8. Madam Kamla l am really impressed by your so heart touching poem specially your care for humanity nd Ofcource your deep love for your daughter n I really feel it is dedicated to all beautiful Angels in this world.I am heartily thankful to u ��

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    1. बिटिया को हार्दिक बधाई |कमला जी आपकी कविता में मन को छू लेने वाले सुन्दर भाव हैं |हार्दिक शुभकामनाएं |

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  9. कमला जी बिटिया को जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं।
    आपकी रचना मन को छू गयी। माँ के मन के भाव को बहुत ही बेहतरीन ढंग से आपने लिखा है बहुत ही प्यारी और सुंदर कविता के हार्दिक बधाई।
    आपने

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  10. आप सबका प्यार देखकर मैं भी गदगद हूँ । एक माँ के भावों को अपनापन देने के लिए आप सबको नमन

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  11. कमलाजी आपकी कविता बेहद सुंदर,भावप्रवण है। बिटिया के जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए अशेष शुकामनाएँ।

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  12. ईश्वर की दुआओ का जरिया हैं माँ
    बेटी को जन्मदिन की असीम शुभकामनाए

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  13. बिटिया को जन्मदिन की अशेष शुभकामनाएँ।
    आपकी भावपूर्ण रचना दिल को गहरे छू गई कमला जी हार्दिक बधाई।

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  14. बहुत सुन्दर रचना

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  15. सभी मित्रों का आभार । खासकर आदरणीय भाई काम्बोज जी जिनके बारे में बिटिया का कहना है कि कविता को अपने ब्लॉग में स्थान दे कर सबका अनमोल आशीर्वाद दिलाकर उन्होंने जन्मदिन को खास बना दिया ।

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  16. Bahut hi sunder Rachna kamla ji aur bahut hi bhaavpoorna badhai aapko

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  17. प्रिय बिटिया को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ कमला जी ! आपकी भावपूर्ण रचना ने मन मोह लिया ,बहुत बधाई !
    ज्योत्स्ना शर्मा

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  18. बिटिया को आपको हार्दिक बधाई , बिटिया रानी अपनी सेवाओं से देश - विदेशों का शिखर छूए .
    लाजवाब प्रस्तुति से भावपूर्ण कलम ने गागर में सागर भर दिया .
    जीवन तो एक बुलबुला है , लेखन के महान कार्य के लिए और एक माँ को ईश ने पुनर्जीवन दिया है .

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  19. कमला जी... आप जैसी माँ को नमन करती हूँ ! प्रिय बिटिया को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ ! खूबसूरत ..भावपूर्ण रचना ! बहुत-बहुत बधाई !
    ज्योत्स्ना प्रदीप

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  20. बहुत ही सुंदर भावभीनी मर्मस्पर्शी
    हार्दिक बधाई !!

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  21. बहुत ही सुन्दर मार्मिक!
    हार्दिक बधाई !!

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  22. अशेष शुभकामनायें बिटिया विनीता को जन्मदिन की ।अपने सपनों को साकार करें । विनीता जन्म दिन बहुत बहुत मुबारक हो । माँ की तपस्या का सुफल तुम्हारी उपलब्धि हैं ।उनकी हर कामना पूरी करना जैसा उन्होंने कहा , भावना के स्रोत को सूखने नहीं देना । कामयाबी की बुलंदियों को छूना । कमला जी आपने भावों की सुरसरी बहा कर जो माँ के हृदय की अभिव्यक्ति की , अप्रतिम हैं । हार्दिक बधाई ।

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  23. एक माँ के दिल की गहराइयों से निकल कर ये सारी अनुभूतियां हमारे दिलों में घर कर गई...। बिटिया को जन्मदिन की ढेरों बधाइयाँ और उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ...।
    आपको भी हार्दिक बधाई

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